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अमरकंद के औषधीय लाभ – रीढ़ की हड्डी और जोड़ों के दर्द में रामबाण

अमरकंद के औषधीय लाभ – रीढ़ की हड्डी और जोड़ों के दर्द में रामबाण
🪴 परिचयक्या है अमरकंद?

अमरकंद, जिसे वैज्ञानिक भाषा में Cuscuta reflexa कहा जाता है, एक परजीवी बेल है जो अन्य पौधों पर चढ़कर जीवित रहती है। इसे आयुर्वेद में 'अमरबेल', 'अकसिया', 'अलोलूका' जैसे नामों से भी जाना जाता है। यद्यपि यह खुद भोजन नहीं बनाती, परंतु इसकी जड़ें और तना औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, विशेषकर रीढ़ की हड्डी, जोड़ों के दर्द और गठिया के इलाज में।


🌿 अमरकंद के औषधीय गुण

गुण

प्रभाव

सूजन-रोधी (Anti-inflammatory)

गठिया और रीढ़ की सूजन में राहत

दर्द निवारक (Analgesic)

जोड़ों, पीठ और गर्दन के दर्द में उपयोगी

पाचन सहायक

पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार

हड्डी मजबूती

कैल्शियम और सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त


🦴 अमरकंद कैसे लाभ देता है रीढ़ और जोड़ों में?

  1. रीढ़ की नसों में सूजन कम करता है
    अमरकंद में उपस्थित यौगिक तंतुओं की सूजन को कम कर नसों पर दबाव घटाते हैं।
  2. जोड़ों के स्नेह में सुधार करता है
    आयुर्वेदिक दृष्टि से यह वात दोष को संतुलित करता है, जिससे जोड़ लचीले और दर्दरहित बनते हैं।
  3. पुराने गठिया में उपयोगी
    यह पुराने रूमेटॉइड आर्थराइटिस (RA) में भी असरकारक माना गया है।

🍀 अमरकंद के प्रयोग के तरीके

1. अमरकंद चूर्ण (Powder)

  • बनाने का तरीका: सूखी बेल या जड़ों को पीसकर पाउडर बनाएं।
  • सेवन विधि: 1 चम्मच चूर्ण शहद या गुनगुने पानी के साथ सुबह खाली पेट लें।

2. अमरकंद काढ़ा

  • विधि: 5-6 ग्राम ताजा बेल को 2 कप पानी में उबालें जब तक वह 1 कप रह जाए।
  • सेवन समय: दिन में एक बार, preferably रात को।

3. अमरकंद तेल (Massage Oil)

  • तैयारी: अमरकंद को तिल या नारियल तेल में पकाकर छान लें।
  • प्रयोग: इस तेल से जोड़ों या पीठ पर मालिश करें। रोज़ाना प्रयोग से फर्क दिखेगा।

4. अमरकंद अर्क (Extract)

  • डोज़: 10–15 बूँदें पानी में मिलाकर, दिन में दो बार।

⚠️ सावधानियाँ

  • गर्भवती महिलाओं के लिए परहेज़: डॉक्टर से परामर्श आवश्यक।
  • डायबिटीज थायरॉइड मरीज: सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लें।
  • अति सेवन से नुकसान: गैस, अपच या उल्टी की समस्या हो सकती है।

👩‍⚕️ घरेलू अनुभव आधारित सुझाव

  • दादी माँ का नुस्खा: “रीढ़ की सूजन के लिए अमरकंद का ताज़ा रस 7 दिन लगातार लो। फर्क खुद दिखेगा।
  • गाँवों में अमरकंद: देहातों में लोग इसे ग्वारपाठा और राल के साथ मिलाकर उपयोग करते हैं।

📌 निष्कर्ष

अमरकंद एक चमत्कारी आयुर्वेदिक पौधा है जो ना केवल रीढ़ और जोड़ों के दर्द में राहत देता है, बल्कि यह शरीर की पोषक अवशोषण क्षमता भी बढ़ाता है। लेकिन इसका सेवन हमेशा सीमित मात्रा में और योग्य आयुर्वेदाचार्य की सलाह से करें।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: क्या अमरकंद गठिया में फायदेमंद है?
हाँ, अमरकंद वात को संतुलित करता है और गठिया के लक्षणों को कम करता है।

Q2: क्या अमरकंद हर उम्र के लोग ले सकते हैं?
18 वर्ष से ऊपर के स्वस्थ व्यक्ति ले सकते हैं। बच्चों, गर्भवती स्त्रियों को चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

Q3: क्या अमरकंद एलोपैथिक दवा के साथ लिया जा सकता है?
सावधानीपूर्वक और डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें।

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