शिलाजीत – ऊर्जा, शक्ति और आयुर्वेदिक चमत्कार की वैज्ञानिक कुंजी
🧠 शिलाजीत क्या है? – परिचय
शिलाजीत
एक प्राकृतिक, जैव-खनिज रेजिन
है जो हिमालय, अल्ताई,
कश्मीर और तिब्बत के
ऊंचे पर्वतीय इलाकों की चट्टानों से
निकलता है। यह भूरे-काले रंग का
गाढ़ा पदार्थ गर्मियों में तरल रूप
में रिसता है और सर्दियों
में जम जाता है।
इसे आयुर्वेद में "रसायन" कहा गया है
– यानी दीर्घायु और रोग प्रतिरोधक
क्षमता बढ़ाने वाला पदार्थ।
👉 अन्य नाम: "Mountain Blood", "Rock Sweat", Asphaltum
🧪 शिलाजीत की वैज्ञानिक संरचना
- मुख्य घटक: फुल्विक एसिड, ह्यूमिक एसिड, डिबेंजो-अल्फा-पाइरॉन्स
- खनिज तत्व: 85+ मिनरल्स जैसे आयरन, मैग्नीशियम, जिंक
- Antioxidants:
कोशिका संरक्षण और ऊर्जा उत्पादन में सहायक
📚 प्रमाणिक स्रोत:
- Agarwal
et al. (2007), Indian Journal of Traditional Knowledge
- Carrasco-Gallardo et al. (2012), Oxidative Medicine
💪 शिलाजीत के फायदे (Evidence-Based Benefits)
लाभ |
विवरण |
⚡
ऊर्जा और स्टैमिना |
ATP उत्पादन में सहायक, थकावट में राहत |
🧠
मस्तिष्क स्वास्थ्य |
न्यूरोप्रोटेक्टिव, याददाश्त व फोकस में
सुधार |
🫀
हृदय सुरक्षा |
ब्लड प्रेशर संतुलित करता है, धमनियों को स्वस्थ रखता
है |
🍽️
पाचन सुधार |
आंतों की क्रिया मजबूत
करता है, पोषण अवशोषण बढ़ाता है |
👴
एंटी-एजिंग |
फ्री रेडिकल्स से बचाव, उम्र
के असर को धीमा करता
है |
🧬
टेस्टोस्टेरोन बूस्ट |
23.5% तक टेस्टोस्टेरोन में
वृद्धि (Pandit et
al., 2010) |
🔄 सेवन की विधि और मात्रा (Usage & Dosage)
फार्म |
मात्रा |
समय |
माध्यम |
रेजिन |
200–300mg |
सुबह खाली पेट |
गर्म पानी/दूध |
कैप्सूल |
250–500mg |
भोजन के बाद |
पानी के साथ |
पाउडर |
250mg |
सुबह व शाम |
शहद/दूध |
⚠ नोट: केवल प्रमाणित आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह से ही सेवन करें। अधिक मात्रा से उल्टी, चक्कर, हाई BP जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
⚠️ सावधानियां और कौन न लें?
उपयोगकर्ता श्रेणी |
चेतावनी |
गर्भवती/स्तनपान |
सेवन न करें – पर्याप्त
शोध नहीं |
हार्मोनल रोगी (PCOS/Thyroid) |
डॉक्टर की सलाह अनिवार्य |
हाई BP की दवा ले
रहे |
शिलाजीत BP को और गिरा
सकता है |
डायबिटिक रोगी |
ब्लड शुगर कम कर सकता
है – सावधानी जरूरी |
📖 केस स्टडी: योगेश (38), पुणे
- समस्या: थकावट, यौन कमजोरी, फोकस की कमी
- उपाय: 3 महीने तक 250mg शिलाजीत (डॉक्टर की निगरानी में)
- परिणाम:
- 1 माह: नींद व ध्यान बेहतर
- 2 माह: थकावट में कमी
- 3 माह: यौन प्रदर्शन और आत्मविश्वास में सुधार
🧪 शुद्ध शिलाजीत कैसे पहचानें?
- 🔹
रंग: गाढ़ा भूरा/काला
- 🔹
गंध: मिट्टी और खनिज जैसी
- 🔹
घुलनशीलता:
पानी में आसानी से घुलता है, गाढ़ा रंग छोड़ता है
- 🔹 गाढ़ापन: ठंड में जम जाता है, गर्मी में नरम
📍 भारत में शिलाजीत का क्षेत्रीय उपयोग
क्षेत्र |
उपयोग |
उत्तराखंड |
पुरुष शक्ति व वृद्धावस्था में
उपयोग |
लद्दाख/कश्मीर |
ऊँचाई पर काम करने
वालों के लिए |
नेपाल |
बच्चों की हड्डियाँ मजबूत
करने हेतु |
✅ निष्कर्ष: क्या शिलाजीत वाकई फायदेमंद है?
शिलाजीत एक शक्तिशाली, प्राचीन और वैज्ञानिक रूप से सिद्ध प्राकृतिक रसायन है जो ऊर्जा, प्रतिरक्षा, मस्तिष्क और यौन स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है। लेकिन इसका सेवन संभलकर, डॉक्टर की सलाह से और शुद्ध स्रोत से ही करना चाहिए। सही मात्रा, शुद्धता और नियमितता से यह आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
❓FAQs – शिलाजीत के बारे में सामान्य प्रश्न
Q1. शिलाजीत
कितने समय तक सेवन किया जा सकता है?
👉
अधिकतर केस में 1–3 महीने
का कोर्स पर्याप्त होता है। लेकिन
डॉक्टर की सलाह जरूरी
है।
Q2. क्या
महिलाएं शिलाजीत ले सकती हैं?
👉
गर्भवती या स्तनपान कराने
वाली महिलाएं न लें। अन्य
महिलाओं को विशेषज्ञ की
सलाह के बाद ही
सेवन करना चाहिए।
Q3. क्या
शिलाजीत का असर तुरंत होता है?
👉
नहीं, यह धीरे-धीरे
काम करता है। शुरुआती
बदलाव 2–3 सप्ताह में दिख सकते
हैं।
Q4. क्या
शिलाजीत वजन बढ़ाता है?
👉
नहीं, यह चयापचय सुधारता
है। यदि लाइफस्टाइल सही
हो तो वजन नियंत्रण
में रहता है।
📚 स्रोत (References)
- Agarwal,
S.P., et al. (2007). Indian Journal of Traditional Knowledge
- Carrasco-Gallardo, C., et al. (2012). Oxidative Medicine and Cellular Longevity
- Pandit, S., et al. (2010). Indian Journal of Andrology
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